कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से जहां राजधानीवासी पहले ही परेशान हैं. अब मच्छरजनित बीमारियां (Vector-borne diseases)भी तेजी से बढ़ने लगी हैं. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी पैर पसारने लगे हैं. इनकी रोकथाम के लिये सिविक एजेंसियों की ओर से लगातार स्पेशल ड्राइव भी चलाया जा रहा है. रोकथाम नियमों का अनुपालन नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है.
साउथ एमसीडी (South MCD) ने मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए व्यापक अभियान चलाये हुये है. इस अभियान के अंतर्गत 119 सरकारी कार्यालयों में मच्छर प्रजनन (Mosquito Breeding) पाया गया जिनको नोटिस और चालान जारी किये गये हैं.
जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए इन कार्यालयों को 75 नोटिस और 21 चालान जारी किये गए. यह नोटिस और चालान दिल्ली नगर निगम, मलेरिया और अन्य मच्छरजनित बीमारी, उपनियमों 1975 के प्रावधान के अंतर्गत जारी किये गए है. एसडीएमसी (SDMC) द्वारा डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनियां नियंत्रण के लिए व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता अभियान और रेड़ियो, समाचार पत्रों, एस.एम.एस. व अन्य माध्यमों से प्रचार करने के बाद भी इस अभियान में 119 परिसरों में मच्छर प्रजनन पाया गया.
मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए जनता की भागीदारी आवश्यक है. विभाग द्वारा नागरिकों में इन बीमारियों के बारे में जागरूकता विकसित करने के लिए चारों जोन में 183 बैनर, 1313 स्टीकर व 8576 हैंडबिल लगाएं.
एसडीएमसी के मुताबिक जिन सरकारी कार्यालयों में मच्छरों का प्रजनन पाया गया उनमें डीएमआरसी ऑफिस मालवीय नगर, डी.डी.ए कार्यालय शाहपुरजट, मेहरौली पुलिस स्टेशन, पोस्ट ऑफिस वसंत लोेक, पी.डब्ल्यू.डी वसंतकुंज, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दक्षिणपुरी, दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय पंखा रोड़, दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय चौखंडी, डी.टी.सी. डीपो केश्वपुरम, BSES स्टोर द्वारका, MTNL कार्यालय सेक्टर-6 द्वारका, BSES कार्यालय फतेहपुर बेरी, इग्नू विश्वविद्यालय आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं.