चुनाव आयोग (Election Commission) ने यूपी और पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में राजनीतिक रैलियों औ रोड शो (Political Rally Ban) पर जारी पाबंदी को एक और हफ्ते बढ़ा दी है. पहले यह पाबंदी आज यानी 15 जनवरी तक जारी थी, लेकिन अब राजनीतिक दल 22 जनवरी तक रैली और रोड शो नहीं कर सकेंगे. हालांकि राजनीतिक दलों को थोड़ी राहत देते हुए चुनाव आयोग ने इनडोर सभाओं वाली जगहों पर अधिकतम 300 या कुल क्षमता के 50 फीसदी लोगों के साथ मीटिंग आयोजित करने की अनुमति दे दी है. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के साथ आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करने की हिदायत दी गयी है.
इसके साथ चुनाव आयोग ने कहा कि 8 जनवरी 2022 को जो चुनाव संबंधी 16 सूत्रीय गाइडलाइन जारी की गई है, वो भी पहले की तरह लागू रहेगी. बता दें कि 8 जनवरी को जब चुनाव आयोग ने यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड के चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया था, तब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 जनवरी तक राजनीतिक रैलियों और रोड शो पर पाबंदी लगा दी थी.
जानें क्या हैं 16 सूत्रीय गाइडलाइन की अहम बातें
चुनाव आयोग ने अपनी 16 सूत्रीय गाइडलाइन के तहत सार्वजनिक रोड और गोल चक्कर पर नुक्कड़ सभा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इसके साथ घर-घर जाकर प्रचार करने के लिए लोगों की संख्या पांच सीमित (प्रत्याशी समेत) दी थी. वहीं, मतगणना के बाद विजय जुलूसों पर रोक लगाने का ऐलान किया था.
बता दें कि आज मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र की मौजूदगी में पांचों राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर डिटेल रिव्यू मीटिंग की गई थी. इस मीटिंग में लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण पर 5 राज्यों के एक्शन प्लान पर चर्चा के अलावा मतदाताओं के साथ ही पोलिंग से जुड़े कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना वैक्सीन की पहली, दूसरी और बूस्टर डोज लगाए जाने की स्थिति का भी आकलन किया गया है. वहीं, चुनाव आयोग अगले हफ्ते से फिर से रिव्यू मीटिंग कर सकता है.