विराट कोहली (Virat Kohli) ने टी20 के बाद टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी. दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उन्हें वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया था. यानी वो अब किसी भी फॉर्मेट में टीम के कप्तान नहीं हैं. उन्होंने एक दिन पहले ट्वीट कर यह जानकारी सार्वजनिक की. लेकिन, इसके 24 घंटे पहले ही उन्होंने टीम के खिलाड़ियों को इस फैसले की जानकारी दे दी थी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार को केपटाउन टेस्ट में मैच के साथ भारत ने सीरीज भी गंवा दी. इसके बाद कोहली ने ड्रेसिंग रूम में टीम मीटिंग की. इसी मीटिंग में ही उन्होंने पूरी टीम को टेस्ट कप्तानी छोड़ने की जानकारी दी थी.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केपटाउन टेस्ट में हार के बाद विराट ने टीम मीटिंग में अपने इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने साथियों से कहा कि वो टेस्ट कप्तानी छोड़ने जा रहे हैं. हर कोई उनके इस फैसले को सुनकर हैरान रह गया. ड्रेसिंग रूम में हुई मीटिंग में मौजूद भारतीय टीम से जुड़े लोगों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि कोहली ने उस दौरान सभी से एक गुजारिश भी की. इसके मुताबिक, कोहली ने कहा, “मैं एक छोटा सा फेवर मांग रहा हूं. प्लीज ड्रेसिंग रूम से बाहर किसी के साथ यह जानकारी ना शेयर करें.”
विराट ने 24 घंटे पहले टीम को बता दिया था
इस मीटिंग के 24 घंटे बाद शनिवार शाम को विराट कोहली (Virat Kohli) ने सोशल मीडिया के जरिए दुनिया और बीसीसीआई को अपने इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर कर लिखा, “टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए 7 साल से हर दिन कड़ी मेहनत की. मैंने इस काम को पूरी ईमानदारी से निभाया है और इसमें कुछ भी बाकी नहीं छोड़ा है. किसी ना किसी स्तर पर हर चीज का अंत होता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में यह अब है.”
इससे पहले उन्होंने सितंबर में टी20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे से ऐन पहले सेलेक्टर्स ने उनसे वनडे की कप्तानी छीन ली थी.
बीसीसीआई से विवाद भारी पड़ा
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को लिमिटेड ओवर क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में नियुक्ति और टेस्ट में उप-कप्तान बनाने के साथ ही भारतीय क्रिकेट में विराट युग के अंत की शुरुआत हो गई थी. दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले कोहली ने बीसीसीआई को आड़े हाथों लेते हुए कप्तानी के मुद्दे पर बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली का खुलकर विरोध किया था.
बाद में, चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने भी गांगुली के बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि विराट को पहले ही वनडे कप्तानी से हटाने के बारे में बता दिया गया था.
कोहली ने धोनी के संन्यास के बाद टेस्ट कप्तानी संभाली थी
कोहली ने 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर महेंद्र सिंह धोनी के बीच सीरीज में टेस्ट से संन्यास लेने के बाद टीम की कमान संभाली थी. तब भारत आईसीसी रैंकिंग में सातवें स्थान पर थी. वहां से विराट ने टीम को नंबर-1 बनाया और 5 साल तक टेस्ट में टीम की बादशाहत कायम रखी. हालांकि, बीते कुछ वक्त से वो फॉर्म को लेकर जूझ रहे थे. हालांकि, उन्होंने न्यूलैंड्स में जरूर शानदार अर्धशतक जड़ा था. लेकिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक ठोके 25 महीने से ज्यादा वक्त हो चुका है. ऐसे में उनका टेस्ट कप्तानी छोड़ने का फैसला किसी भी वक्त आ सकता था. लेकिन इतना जल्दी आएगा यह किसी ने नहीं सोचा था.