दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक बुधवार शाम 6 बजकर 36 मिनट सीआरपीएफ मुख्यालय, सीजीओ कॉम्प्लेक्स में बम (Bomb) लगाए जाने के संबंध में एक पीसीआर मिली. एसएचओ लोधी कॉलोनी स्टाफ और सीनियर्स के साथ तुरंत सीआरपीएफ मुख्यालय सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे. इस संबंध में सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की जॉइंट बीडीएस टीम का गठन किया गया और सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की कड़ी निगरानी में डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दल के साथ गहन तलाशी ली गई.
बीडीएस टीम द्वारा तलाशी के बाद सीआरपीएफ मुख्यालय भवन और आसपास के क्षेत्र में कुछ भी नहीं मिला. पूछताछ के दौरान पता चला कि सीआरपीएफ मुख्यालय सीजीओ कॉम्प्लेक्स में बम के संबंध में एक मोबाइल नंबर से एक लैंडलाइन नंबर पर कॉल आया और उसने इस संबंध में एक पीसीआर कॉल की. इसके अलावा जांच के दौरान यह पाया गया कि कॉल एक व्यक्ति निवासी गोररेकुंटा, वारंगल, तेलंगाना द्वारा किया गया था. मौके पर फायर ब्रिगेड और कैट्स की एंबुलेंस पहुंच गई. आगे की जांच की जा रही है.
मेट्रो लाइन के पास दो संदिग्ध बैग मिले
वहीं बुधवार को पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में मेट्रो लाइन के पास दो संदिग्ध बैग मिलने के बाद हड़कंप मच गया. सूचना के साथ ही पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली और जांच शुरू की. हालांकि बैग में कुछ न मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली. जानकारी के अनुसार कल्याणपुरी मैट्रो लाइन के नीचे ये बैग बरामद हुए हैं. पूर्वी दिल्ली के डीसीपी के मुताबिक, कॉल आने के बाद मौके पर टीम जांच के लिए पहुंच गई हालांकि बैग में कुछ भी नहीं मिला. इस दौरान पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली थी और सघन जांच की. बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया था.
फूल मंडी में 14 जनवरी को मिला था एक संदिग्ध बैग
गौरतलब है कि इससे पहले, दिल्ली के गाजीपुर में फूल मंडी में 14 जनवरी को एक संदिग्ध बैग मिला था. बैग के अंदर से आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट से बना टाइमर बम था. इस को निष्क्रिय करने से पहले ही पूरे इलाके को खाली करवा लिया गया था. बम निरोधक दस्ते ने पहले इसे बाहर ही निष्क्रिय करने की कोशिश की लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों को देखते हुए इसे गड्ढे में डाल कर निष्क्रिय किया गया. इस दौरान बम धमाके के साथ निष्क्रिय हुआ.