5 राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के बाद बजट का दूसरा चरण (Budget) सोमवार से शुरू हो रहा है. इसे लेकर विपक्ष सरकार को कई मामलों में घेरने की तैयारी कर रहा है. 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से 4 में बीजेपी को जीत मिली है. ऐसे में पार्टी इसे विकास का एजेंडा करार दे रही है. दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) ने रविवार को कहा है कि वो बजट सत्र में बेराजगारी, महंगाई और रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) का मुद्दा संसद के दोनों सदनों में उछालेगी. वहीं बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 11 फरवरी तक हुआ था. इस दौरान दो अलग-अलग पालियों में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही संचालित की गई थी.
रूस और यूक्रेन में पिछले कुछ दिनों से जारी जंग जारी है. रूस लगातार यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलें और बम दाग रहा है. ऐसे भी भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसके तहत यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों में फंसे भारतीयों को विमान के जरिये भारत लाया जा रहा है. हालांकि इसके तहत अधिकांश भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं. संसद के बजट सत्र में विपक्ष इस मामले पर भी चर्चा कर सकता है.
बजट सत्र के दूसरे चरण की 10 प्रमुख बातें
बजट सत्र के पहले चरण के दौरान कोरोना महामारी बढ़ी हुई थी. उस दौरान कई प्रतिबंधों के साथ सत्र का आयोजन किया गया था. लेकिन इस बार कोविड-19 संबंधी हालात में काफी सुधार आने के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से साथ-साथ चलेगी.
कांग्रेस की बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा था, ‘हमने सोमवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की. हम सत्र के दौरान जनहित से जुड़े अहम मुद्दों को उठाने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ समन्वय में काम करेंगे.’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यू्क्रेन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी, महंगाई, बेरोजगारी, कामगारों का मुद्दा, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का मुद्दा आदि उन मुद्दों में शामिल हैं, जिन्हें इस सत्र में उठाया जाएगा.
बजटीय प्रस्तावों के लिए संसद की मंजूरी लेना और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिए बजट पेश करना सरकार के एजेंडा में शीर्ष पर होंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जम्मू-कश्मीर के लिए सोमवार को बजट पेश करेंगी और सदन में इस पर दोपहर के भोजन के बाद की कार्यवाही के दौरान चर्चा की जा सकती है.
सरकार ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक को भी लोकसभा में विचार किये जाने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है. बजट सत्र के पहले चरण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट 1 फरवरी को पेश किया था.
वहीं बजट पर राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भी गहमागहमी देखने को मिली थी. उस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर कई तरह से निशाने साधे थे. उन्होंने कहा था, ‘गरीब लोग यह देख सकते हैं कि देश के 100 सबसे अमीर लोगों के पास 55 करोड़ लोगों से भी अधिक संपत्ति है.
संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा सोमवार से शुरू होगा और पहले के कार्यक्रम के मुकाबले इस हिस्से में राज्यसभा को कामकाज के लिये 19 घंटे का अतिरिक्त समय मिलेगा.
दूसरे हिस्से में सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी और शाम छह बजे तक चलेगी, जिसमें दोपहर के भोजन के लिए एक घंटे का अवकाश होगा. बजट सत्र के पहले चरण में सदन की कार्यवाही सुबह 10 बजे शुरू होती थी और दोपहर तीन बजे तक चलती थी.
दूसरे चरण में चार दिन सदस्यों के लिए निजी विधेयक पेश करने के लिए होंगे, पूर्व की तरह एक घंटे का प्रश्नकाल होगा, जबकि पहले हिस्से में रोजाना शून्य काल की अवधि घटाकर आधे घंटे की गई थी, उसे अब बढ़ाकर एक घंटा कर दिया गया है.
बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू होकर 8 अप्रैल तक चलेगा. दूसरे चरण में राज्यसभा में कुल 19 कार्यदिवस हैं.