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देश के इस शहर में सबसे महंगा मिल रहा पेट्रोल, जानिए एक लीटर का नया रेट

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देश में ईंधन के दाम में बढ़ोतरी लगातार जारी है. पिछले 13 दिनों में 11 बार मूल्यों में इज़ाफा हो चुका है. रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी की गई. इसके साथ पिछले 2 हफ्तों में ईंधन के मूल्यों में की गई कुल वृद्धि 8 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई.

यहां मिल रहा सबसे महंगा पेट्रोल
मूल्य सूची के अनुसार, महाराष्ट्र के परभणी में सामान्य पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक 121.38 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 103.97 प्रति लीटर है. परभणी में पेट्रोल मनमाड डिपो से लाया जाता है जो वहां से करीब 340 किलोमीटर दूर है. यही वजह है कि वहां पेट्रोल की कीमत इतनी अधिक है. परभणी पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल भेड़सुरकर ने कहा है, “हमने औरंगाबाद में एक डिपो स्थापित करने की मांग की है जिससे ईंधन की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर तक की कमी आएगी.” उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर ईंधन को जीएसटी के तहत लाया जाता है तो लोगों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी. दरअसल, ईंधन की कीमत केवल स्थानीय करों पर ही नहीं बल्कि उसकी ढुलाई पर भी निर्भर करती है.

महानगरों का क्या है हाल
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में से पेट्रोल की सर्वाधिक कीमत मुंबई में है. मुबंई में पेट्रोल 118.41 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है जबकि डीजल 102.64 प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है. वहीं, दिल्ली में पेट्रोल 103.41 रुपए प्रति लीटर और डीजल 97.64 प्रति लीटर पर मिल रहा है. कोलकाता में पेट्रोल 113.03 रुपए और डीजल 97.82 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है. चेन्नई में पेट्रोल-डीजल का भाव क्रमश: 108.96 रुपए और 99.04 रुपए प्रति लीटर है.

कीमतों में और होगा इजाफा
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेज उछाल को देखते हुए कीमतों में और इजाफा होना तय है. जानकारों के अनुसार, इसका अन्य वस्तुओं की कीमतों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा और इससे मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ेगा और विकास को नुकसान होगा जबकि अन्य वस्तुओं की कीमतों पर भी असर पड़ेगा. गौरतलब है कि पिछले साल 3 नवंबर को, केंद्र ने देश भर में खुदरा कीमतों को कम करने के लिए पेट्रोल पर 5 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क में कटौती की थी. इसके बाद, कई राज्य सरकारों ने लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम किया था.