फ्लाइट में तय वजन से अधिक बैगेज (Baggage) होने पर आपको अधिक शुल्क देना पड़ता है तो यह खबर काम की हो सकती है. सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए पहल शुरू की है. कई एयरपोर्ट पर यह व्यवस्था लागू भी हो चुकी है. अधिक भीड़भाड़ वाले एयरपोर्ट (Airpor) में एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India) यह व्यवस्था शुरू की है.
समान्य तौर पर फ्लाइट पर सफर के दौरान यात्री लगेज का वजन नहीं करते हैं. एक अनुमान लगाकर यात्री एयरपोर्ट पहुंच जाते हैं. लाइन लगाने के बाद चेक इन काउंटर पर लगेज का वजन होता है तो कई वो तय वजन से अधिक निकल जाता है. यात्री से अधिक शुल्क चुकाता है. चूंकि यात्री लाइन में लगने के बाद काउंटर पर पहुंचा और फ्लाइट का समय भी करीब हो रहा होता है, इस वजह से वो अतिरिक्त शुल्क देने को तैयार हो जाता है. हालांकि यात्री चाहे तो चेक इन बैग से थोड़ा सामान निकालकर हैंड बैग में कर सकता है, जिससे वो अतिरिक्त शुल्क देने से बच सकता है, लेकिन समय के अभाव में ऐसा नहीं कर पाता है.
ये है पहल
एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया, एयरपोर्ट आपरेट करने वाली कंपनियों के साथ मिलकर एंट्री गेट के करीब चेक इन सामान निशुल्क वजन करने की मशीन लगा रहा है. देश के 38 एयरपोर्ट पर इस तरह की मशीनें लगाई जा चुकी हैं, जिससे यात्री चेक इन काउंटर जाने से पहले ही वजह कर सके. अगर तय वजन से थोड़ा बहुत अधिक वजह है तो उसे निकालकर हैंडबैग में रख सकता है, जिससे चेक इन काउंटर पर जाने पर उसे परेशानी न हो. एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया और संयुक्त उपक्रमों के द्वारा ये मशीने लगाई गई हैं, जहां पर यात्री निशुल्क वजन कर सकता है.
ये है अतिरिक्त वजह का शुल्क
डोमेस्टिक फ्लाइट में 15 किलो तक वजन की अनुमति है. इससे अधिक वजन का लगेज होता है तो प्रति किलो 400 रुपये भुगतान करना होता है. एयरपोर्ट अथारिटी द्वारा लगवाई जा रही मशीनों से वजह करने के बाद अगर कोई यात्री दो-ढाई किलो वजन हैंड बैग में रख लेता है तो 1000 रुपये की बचत हो सकती है.