मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य में पुलिस प्रशासन को त्वरित एक्शन के लिए 61 नए वाहनों की सौगात दी है। आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हाईवे पेट्रोलिंग व मानव तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस विभाग के 61 वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर उनके गंतव्य के लिए रवाना किया। इनमें हाईवे पेट्रोलिंग अंतर्गत 15 वाहन, मानव तस्करी विरोधी इकाई के अंतर्गत 24 वाहन तथा कानून व्यवस्था हेतु 22 वाहन शामिल हैं। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री सुब्रत साहू पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा , अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री प्रदीप गुप्ता , पुलिस महानिरीक्षक डॉ आनंद छावड़ा, पुलिस महानिरीक्षक श्री एस सी द्विवेदी , पुलिस अधीक्षक रायपुर श्री प्रशांत अग्रवाल, सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री संजय शर्मा उपस्थित रहे ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य में पुलिस प्रशासन को त्वरित एक्शन के लिए 61 नए वाहनों की सौगात दी है। आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हाईवे पेट्रोलिंग व मानव तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस विभाग के 61 वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर उनके गंतव्य के लिए रवाना किया। इनमें हाईवे पेट्रोलिंग अंतर्गत 15 वाहन, मानव तस्करी विरोधी इकाई के अंतर्गत 24 वाहन तथा कानून व्यवस्था हेतु 22 वाहन शामिल हैं। इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री सुब्रत साहू पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा , अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री प्रदीप गुप्ता , पुलिस महानिरीक्षक डॉ आनंद छावड़ा, पुलिस महानिरीक्षक श्री एस सी द्विवेदी , पुलिस अधीक्षक रायपुर श्री प्रशांत अग्रवाल, सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री संजय शर्मा उपस्थित रहे ।
प्रदेश में कुल 30 हाईवे पेट्रोलिंग वाहन पूर्व से जिला रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, धमतरी, बालोद, बेमेतरा, कोरिया, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कांकेर तथा कोण्डागांव जिलों में संचालित है। सड़क सुरक्षा मद से एक करोड़ 19 लाख 6 हजार 977 रूपए से 15 नवीन हाईवे पेट्रोल वाहन क्रय किये गए है।
इसी तरह मानव तस्करी विरोधी व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु एन्टी ह्यूमेन ट्रेफिकिंग यूनिट द्वारा गुम बच्चों के ऐसे प्रकरण, जिसमें बालक लंबे समय तक बरामद नहीं हो पाता है, तो मानव तस्करी की उपधारणा में प्रभावी विवेचना करना मानव तस्करी के पीड़ितों का बचाव कार्य, पीड़ितों की उचित देखभाल एवं काउंसलिंग उपलब्ध कराना पुलिस एवं अन्य विभागों के संबंधित अधिकारियों हेतु प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कराना, मानव तस्करी के अपराधों का रिकार्ड का संधारण करना, अंतर्राज्यीय समन्वय स्थापित करना एवं मानव तस्करी के विरूद्ध जनजागरूकता अभियान का संचालन करना है।
मानव तस्करी की रोकथाम हेतु पूर्व में राज्य के 11 जिले क्रमश: जिला जशपुर, सरगुजा, कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बस्तर, नारायणपुर एवं बलरामपुर को एक-एक चार पहिया वाहन, मोटर सायकल एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराये गये थे। इस वर्ष राज्य के सभी जिलों में निर्भया फण्ड के तहत 3-60 करोड़ रूपए से नवीन एएचटीयू की स्थापना एवं पूर्व गठित एएचटीयू के सुदृढ़ीकरण हेतु नए वाहन प्रदान किए गए है। इस फण्ड से कुल 24 हल्का वाहन तथा 46 मोटर सायकल व अन्य संसाधन क्रय कर पूर्व एवं नवगठित प्रत्येक एन्टी ह्यूमेन ट्रेफिकिंग यूनिट को उपलब्ध कराया गया है।