आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दौरे पर आ रहे हैं, संघ प्रमुख मोहन भागवत जशपुर और अंबिकापुर जिले में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे, संघ प्रमुख का यह छत्तीसगढ़ दौरा बेहद अहम माना जा राह है, क्योंकि वह यहां संघ की प्रांतीय बैठक में हिस्सा लेंगे इसके अलावा पथ संचलन में भी शामिल होंगे.
दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का करेंगे अनावरण
मोहन भागवत 14 नवंबर को जशपुर में दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण करेंगे, इसके अलावा वह बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण करेंगे, जबकि यहां वनवासी कल्याण आश्रम की आमसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद 15 नवंबर को अंबिकापुर में आरएसएस के पथ संचलन और सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वह संघ के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे. जानकारों का मानना है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ये दौरा बहुउद्देशीय है, यही वजह है कि उनके दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.
बताया जा रहा है कि अंबिकापुर में संघ प्रमुख पथ संचलन और कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद शहर के डॉक्टर, वकील, सीए, साहित्यकार सहित सूचीबद्ध बुद्धिजीवी वर्ग से जुड़े लोगों से मुलाकात कर संवाद करेंगे. दरअसल, अंबिकापुर जिला सरगुजा संभाग के तहत आता है, जहां आरएसएस अपनी शाखाओं का विस्तार करने में जुटा है, संघ के कार्यकर्ता लगातार आदिवासी लोगों के बीच काम कर रहे हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि शाखाओं का विस्तार करने में संघ प्रमुख का यह दौरा अहम साबित हो सकता है.
चुनाव के लिहाज से भी अहम
खास बात यह है कि 2023 में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है, बीजेपी नेताओं का भी मानना है कि संघ प्रमुख का सरगुजा संभाग के दौरे पर रहने से फायदा मिलेगा, क्योंकि संघ को बीजेपी का बैकबोन भी कहा जाता है. राज्य में आदिवासी आबादी प्रदेश की सत्ता का रास्ता तय करती है, ऐसे में बीजेपी 2018 के नतीजों को देखते हुए इस इलाके में अपना जनाधार वापस लाने में जुटी है. यही वजह है की संघ के साथ-साथ बीजेपी भी यहां सक्रिए बनी हुई है. ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि संघ प्रमुख का यह छत्तीसगढ़ बीजेपी के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है. संघ प्रमुख के दौरे की तैयारियां छत्तीसगढ़ में तेज हो गई हैं|