रायपुर। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत के शिल्पकारों में से एक रहे प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया को हटा दिया है। उनकी जगह कुमारी शैलजा (Kumari Selja) को छत्तीसगढ़ का प्रभारी (charge of Chhattisgarh) बनाया गया है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले हुए इस बदलाव को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस बदलाव के बाद आने वाले दिनों में कांग्रेस के प्रदेश संगठन में भी बड़ा बदलाव हो सकता है। बता दे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के कार्यकाल को 3 साल पूरे हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया है। यानी आने वाले दिनों में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में कुमारी शैलजा की अहम भूमिका होगी। कार्यकाल पूरा होने के बाद से ही नए प्रदेश प्रभारी को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था। सूत्रों का यह भी कहना है कि नए प्रभारी की नियुक्ति की पटकथा करीब 3 से 4 माह पहले ही लिखी जा चुकी थी। वहीं भानूप्रतापपुर उपचुनाव के लिए पुनिया को स्टार प्रचारक बनाया गया था लेकिन एक भी दिन चुनाव का प्रचार करने नहीं आए थे।
संगठन हुआ मजबूत, जोगी हुए बाहर
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पुनिया का कार्यकाल कई मायनों में अहम रहा है। उनकी मौजूदगी में ही कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में वापसी कर सकी। वहीं कांग्रेस के विभिन्न गुटों में बंटे लोगों को एक करने में भी पुनिया की अहम भूमिका रही। पुनिया के प्रदेश प्रभारी रहने के दौरान ही छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी को कांग्रेस से निष्कासित किया गया था। इसके बाद उन्होंने एक नई अलग पार्टी बना ली थी। यह छत्तीसगढ़ की राजनीति के हिसाब से बड़ा बदलाव था।
हरियाणा की रहने वाली है कुमारी शैलजा
कुमारी शैलजा मूलत: हरियाणा की रहने वाली है। वे 15वीं लोकसभा में सांसद रही हैं। वे उस दौरान केन्द्रीय मंत्रिमंडल में आवास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्रालय की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थीं।