सौर सुजला योजना उन किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैै, ऐसे किसान जो पहले काफी दूर से अस्थाई बिजली कनेक्शन लेकर सिंचाई करते थे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पडता था जैसे- अनियमित बिजली आपूर्ति, अत्यधिक साधन एवं बढ़ी लागत। सौर अब इन कृषकों को अब सिंचाई के लिये बिजली कनेक्शन की आवश्यकता नहीं है। उन्नत खेती की राह सोलर पंप ने बहुत ही आसान कर दी है। जिले में अब तक 297 किसानों ने अपने खेतों में सोलर पंप स्थापित किया है।
योजना के तहत कृषकों के 2, 3 और 5 एच.पी. के सोलर पंप की स्थापना की जाती है। जिन किसानों ने अपने यहां इसे लगाया है वे बहुत उत्साहित एवं खुश हैं तथा इसके लिए वे राज्य सरकार को धन्यवाद् देते हैं। इस योजना के माध्यम से कृषकों को लगभग 95 प्रतिशत अनुदान का लाभ मिलता है। बहुत ही कम राशि हितग्राही किसानों द्वारा लगाई जाती है।
ऐसे कृषकों को विद्युत देयक से छुटकारा मिलने के कारण आर्थिक बचत हो रही है, नियमित सिंचाई हो रही है, उनकी आमदनी में वृद्वि हो रही है।
यह कृषकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान कर रहा है। सोलर पंप पर्यावरण के अनुकूल है। इससे पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता है।
वर्तमान में कृषि विभाग के माध्यम से अब तक कुल 61 आवेदन प्राप्त हो चुके है। योजना की अधिक जानकारी के लिये अपने नजदीकी कृषि विभाग अथवा छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय उर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के कार्यालय मे संपर्क किया जा सकता है।